“सी मनखी अब यख नि रैनी”
हिमालय से बड़ी गाथा च जौंकि, सी मनखी अब यख नि रैनी, जौंन दीनी अंश अंश अपनी देह कु यिं माटी ते, बून्द बून्द खून… Read More »“सी मनखी अब यख नि रैनी”
हिमालय से बड़ी गाथा च जौंकि, सी मनखी अब यख नि रैनी, जौंन दीनी अंश अंश अपनी देह कु यिं माटी ते, बून्द बून्द खून… Read More »“सी मनखी अब यख नि रैनी”