मैं तुम्हें ढूंढने (Mai Tumhe Dhoondne)
मैं तुम्हें ढूंढने (Mai Tumhe Dhoondne) मैं तुम्हें ढूंढने श्रीनगर बजार तक, रोज आता रहा, रोज जाता रहा, तुम बथौं सी मुझे, इधर उधर छकाती… Read More »मैं तुम्हें ढूंढने (Mai Tumhe Dhoondne)
मैं तुम्हें ढूंढने (Mai Tumhe Dhoondne) मैं तुम्हें ढूंढने श्रीनगर बजार तक, रोज आता रहा, रोज जाता रहा, तुम बथौं सी मुझे, इधर उधर छकाती… Read More »मैं तुम्हें ढूंढने (Mai Tumhe Dhoondne)
Hota Agar Mai Jo – होता अगर मैं जो होता अगर मैं जो कैमिस्ट्री वाला, प्यार की कैमिस्ट्री तेरे संग बनाता, होता अगर मैं जो… Read More »Hota Agar Main Jo – होता अगर मैं जो,
बच्चपन और बुरांस (Bachhpan or Burans) वो भी क्या दिन थे, जब बुरांस पेड़ों पर कम, मगर चेहरों पर ज्यादा खेले होते थे।। मेरा किताबों… Read More »बच्चपन और बुरांस
एक कहनी, जब सुनाती थी नानी, जाना है नानी के घर। ये जिद्द मन में ठानी, वैंसे तो उम्र है उसकी पांच साल की। पर… Read More »एक कहनी, जब सुनाती थी नानी
सूरज की पहली किरणों संग, नयन भिगोते जहाँ के वासी. नीस जिसके बहती मंन्दाकिनी, वही नगरी है गुप्तकाशी. भोले बाबा के जयकारों से, गूंज उठती… Read More »कुछ एैंसी है गुप्तकाशी
नजरें फिरती कहाँ हैं, अब तुझसे मिलने को़ गलियां शहर की हैं कौन बंद करें इन खिड़कियों को, नजरें………….. . .! ठिठुरती रात अंधेरे से… Read More »नजरें – हिंदी कविता
इक बदली जब बदली, भला ये हवा कैंसे बदली. पात पेड़ों के टूटे नहीं, केसू उनके उड़े नहीं. इक………….. कैंसे बदली। पंख फैलाये बैठे हैं, … Read More »इक बदली जब बदली – हिंदी कविता